Wednesday, September 23, 2009
तंग करती है यह तस्वीर
यह तस्वीर मुझे बहुत तंग करती है. यह तस्वीर मुझे कुछ कहती है. मैं इस तस्वीर का कहा सबको सुना देना चाहता हूं. उनको भी जो दुनिया में किसी की भी नहीं सुनते.
कितनी बार कोशिश कर नाकाम हो चुका हूं. कमाल है! जो बात एक तस्वीर कर जाती है मैं, एक इंसान, अपने लफ्ज़ो में उसे दोहरा तक नहीं पा रहा.
क्या करूं ?
वही किये लेता हूं जो मेरे साथ हुआ है. इस तस्वीर को ही सबके सामने रखे देता हूं. जितनी कहानी इसके बारे में सुनी है, उसे भर सुनाए देता हूं. बाकी तस्वीर मेरी तरह अपनी बात खुद सबसे कह लेगी. यही एक रास्ता है.
यह तस्वीर है केन कोज़ाकेविच की. 1991 के खाड़ी युद्ध में घायल सिपाही जिसे हेलीकाप्टर के ज़रिये ईराक़ से जर्मनी के एक अस्पताल ले जाया जा रहा है. जाते समय उसके बगल में एक बैग में बंद शव भी रखा गया. कुछ देर बाद उसके हाथ में उस बैग में बंद मृत सैनिक का आई.डी. कार्ड दिया गया. उसने कार्ड को जेब में रखने से पहले उस पर लिखा नाम पढ़ा – ऐंडी. उसका सबसे प्यारा दोस्त जो उसी की तरह इस युद्ध में लड़ने आया था.
बस यहीं तक.
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आपकी बात में हरकत तो है
ReplyDeleteयह तस्वीर कुछ कहती है..बढ़िया प्रस्तुति .. फोटो काफी पुराना है ....
ReplyDeleteBahut bhavuk kar dene vale pal kee tasveer---aisee sthitiyon men dhairya bhee sath chhodane lagata hai.par sainik hee is dhairya ko dharan kar apane upar niyantran rakhata hai.
ReplyDeleteHemantKumar
"उठो कवि लिखो कविता युद्ध के खिलाफ
ReplyDeleteयुद्ध मे प्रयुक्त प्रक्षेपास्त्रों के खिलाफ
प्रक्षेपास्त्र चलाने वाले हाथों के खिलाफ
हाथों को संचालित करने वाले दिमागों के खिलाफ "
राजकुमार भाई, आपके द्वारा प्रस्तुत यह चित्र देख कर 1991 में लिखी अपनी यह कविता याद आ गई । क्या कहूँ इस चित्र के साथ जुड़ा वाकया तो द्रवित कर देता है ।
चित्र तंग तो नहीं द्रवित कर रही है मेरे मन को
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