Wednesday, October 21, 2009

सफ़ेद खेत है- काग़ज़, काले बीज - स्याही

लीजिए हो गया एक हफ्ता पूरा और आ गया समय पहेलियों के उत्तर बताने का. आज गुरुवार है न. सबसे पहले तो वंदना जी दूसरी पहेली का सही जवाब मनोज जी ने दिया है(बधाई) हुक्का. बाकी के जवाब हाज़िर हैं.


सफ़ेद खेत में काले बीज --- काग़ज़ और स्याही

ऊपर आग नीचे पानी --- हुक्का

पहाड़ पर गाछ और गाछ पर बुलबुल का खोंता --- हुक्का

जन्मा तो बड़ा, बूढा हुआ तो छोटा ---- हल

गाय जन्मावे हड्डी, हड्डी जन्मावे बछडा ---मुर्गीअंडा

छोटा बगीचा बड़ा फूल --- मोमबत्ती

सफ़ेद मुर्गी छींटती है, काली मुर्गी बटोरती है ---दिनरात

राजा की धोती कौन नापे --- सड़क


तो यह थे जवाब. हिंदी भाषी होने के कारण इन जवाबों तक पहुंचना थोड़ा कठिन था. मैं खुद भी बिना किताब पढ़े शायद एकाध जवाब ही दे पाता. ख़ैर, यह पहेली पूछना भी एक बहाना ही है चीज़ों को एक-दूसरे के साथ बांटने का. सो हो गया.

2 comments:

  1. बहुत बढिया. पहेलियां नोट कर लीं हैं अपने पास. अगली बार यदि आपने फिर पहेलियां पूछें तो सब का उत्तर दूंगी.

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  2. राजकुमार जी आपको बहुत बहुत धन्यवाद ..इसलिये कि पहेली बुझाने की यह विधा लोग भूलते जा रहे थे आपने उसे याद दिला दिया , मुझे याद आता है पहेली बुझाने पर कुछ परमपरिक गीतो के अलावा कुछ फिल्मी गीत भी हैं ..जैसे" ईचक दाना बीचक दाना" राजकपूर का और . एक राजेन्द्र कुमार की फिल्म .." वो कौन है वो कौन है.." आपसे निवेदन है इनके अलावा भी और गीत हो तो उन पर भी कुछ प्रकाश डालें ।
    और हाँ मनोज जी को बधाई । -शरद कोकास ,दुर्ग,छ.ग.

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